आदिवासियों का जीवन स्तर सुधारने में कारगर साबित होगा ललित कला अकादमी के यह प्रयास- कमिष्नर

आदिवासियों का जीवन स्तर सुधारने में कारगर साबित होगा ललित कला अकादमी के यह प्रयास- कमिष्नर

उमरिया  - उमारिया आदिवासी बाहुल्य जिला है यहां 48 फीसदी आबादी जनजातीय समुदाय की है।ललित कला अकादमी के यह प्रयास जनजातीय समुदायनकी आजीविका जीवन स्तर सुधारने में उपयोगी साबित होगा । उक्त आषय के विचार कमिष्नर शहडोल संभाग शहडोल आर बी प्रजाापति ने ललित कला अकादमी के राष्ट्रीय चित्रकार शिविर के समापन अवसर व्यक्त की। 
इस अवसर पर ललित कला अकादमी नई दिल्ली उत्तम पचारणे , ललित कला अकादमी  श्रे त्रीय केंद्र लखनऊ देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी, संयोजक एवं वरिष्ठ चित्रकार भाऊ राव बोदडे, आशीष स्वामी  , सहायक आयुक्त जन जातीय कार्य विभाग आनंद राय सिन्हा, पत्रकार ,  एम एन स्वामी,  चित्रकार उपस्थित रहे।
कमिश्नर  शहडोल संभाग शहडोल श्री आर बी प्रजापति ने ताला में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी चित्र कार शिविर में चित्रकारों को सम्मानित किया । इस अवसर कमिश्नर ने कलाकारो से मिलकर उनकी कुशल छेम पूछी। इस अवसर पर कलाकार जुध इया बाई बैगा, भूत न बाई बैगा, फगुनी श्याम, संभव सिंह श्याम , गीता बारिया, जय सिंह पट्टा , राजेन्द्र उइके , गणेश कुशराम , सुनील श्याम को प्रमाण पत्र देकर  सम्मानित किया एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीष पी के सिन्हां ने भी पहुंचकर षिविर का अवलोकन किया । मंच का संचालन आदर्ष महाविद्यालय के प्राचार्य अभय पाण्डेय के द्वारा किया गया   एवं कार्यक्रम में आभार प्रदर्षन आषीष स्वामी द्वारा कि गया । 
फगुनी बाई बैगा ने बांधवगढ़ में घटी घटना को चित्र के माध्यम से किया प्रदर्शित
शिविर में लोरहा निवासी फगुनी बाई बैगा ने बांधव गढ़ में विगत वर्ष घटी घटना का चित्रण किया । जिसमें बताया गया कि किस तरह एक हाथी  के पैर के नीचे आने से एक महावत की मौत हो गई थी । जिसे कमिश्नर शहडोल द्वारा सम्मानित किया गया । इसी तरह शिविर में विभिन्न प्रकार के आदिवासी चित्र बनाये गए थे ।