अभिभावको के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करानें के हुए निर्देश


उमरिया - जिले में मानपुर जनपद पंचायत के ग्राम रोहनिया में पांच माह की बच्ची कु0 महक के दागनें की घटना प्रकाश मे आने पर कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के निर्देश पर एसडीएम मानपुर योगेश तुकाराम , जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास शांति बेले , सीडीपीओ , पुलिस, पटवारी, पंचायत सचिव तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा संबंधित परिवार के घर जाकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई। एसडीएम मानपुर ने बताया कि कु0 महक आयु 5 माह सर्दी जुकाम से पीडित थी जिसकी दादी ने निमोनिया समझकर गांव में पाए जाने वाले बिल्वा बीज के दानों को गर्म कर दागने की घटना को अंजाम दिया।  महक की दादी से दागने के संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि भूलवश उनके द्वारा पुरातन परंपरा के अनुसार यह कार्यवाही की गई है। एक बार माफ कर दिया जाए । भविष्य में गलती की पुनरावृत्ति नही होगी। 
 एसडीएम मानपुर के नेतृत्व में ग्राम रोहनिया में चौपाल लगाकर ग्रामीणों को बच्चों को दागने से होने वाले संक्रमण के संबंध में  विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि दागने की प्रथा से जहां बच्चों को शारीरिक कष्ट पहुचता है वहीं संक्रमण से मृत्यु का खतरा भी बना रहता है। कई बार दागने की कुप्रथा के कारण बच्चो के मृत्यु की घटना प्रकाश मे आई है। वर्तमान में शासन द्वारा बीमारी की स्थिति में निशुल्क चिकित्सा व्यवस्था शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध कराई जा रही है, जहां प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा बच्चों का उपचार किया जाता है। उन्होनें यह भी बताया कि जिले में दागने की कुप्रथा पर जिला दण्डाधिकारी द्वारा रोक लगाई गई है। ऐसी गलती करने वाले लोगों तथा इस प्रक्रिया में शामिल समस्त लोगों के विरूद्ध पुलिस में प्रकरण दर्ज हो सकता है। साथ ही बच्चे को गंभीर जख्म पहुचाना भी अपराध की श्रेणी में आता है। इस पर भी दण्डात्मक कार्यवाही की जा सकती है। एसडीएम द्वारा जिला चिकित्सालय मे भर्ती कु0 महक के स्वास्थ्य के संबंध में जिला चिकित्सालय के एन आर सी वार्ड में स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। स्वास्थ्य परीक्षण में कु0 महक कुपोषण की शिकार पाई गई जिस पर एसडीएम ने उन्हें एक माह तक एनआरसी वार्ड में भर्ती रखकर चिकित्सा सुविधा दिलाने के निर्देश चिकित्सकों को दिए। उन्होंने बताया कि कु0 महक का  उपचार किया जा रहा है। वह खतरे से बाहर है। 
 एसडीएम ने रोहनिया गांव के लोगों को चौपाल के माध्यम से बताया कि दागने की कुप्रथा समाज के लिए कलंक है। इस कुप्रथा को जड से समाप्त करनें के लिए प्रशासन के साथ साथ समाज को भी आगें आने की जरूरत है। जन सामान्य को इस कुप्रथा से होने वाले नुकसान के संबंध में आम जन को जानकारी देना चाहिए। साथ ही इस तरह की कुप्रथाओं में संलिप्त पाए जाने पर विभिन्न कानूनी प्रावधानों तथा पुलिस कार्यवाही के ंसबंध में भी लोगो को अवगत कराया गया । 


अभिभावकों के विरूद्ध पुलिस मे प्राथमिकी दर्ज करानें के निर्देश
जिले में बच्चों को दागने की कुप्रथा पर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा उमरिया जिले की राजस्व सीमा में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए  है। विगत दिनों जिले के मानपुर विकासखण्ड के ग्राम रोहनिया में 5 माह की बच्ची कु0 महक के बीमार होने पर उनकी माता सरिता बाई एवं पिता दशरथ चौधरी द्वारा पेट में दागनें का कार्य किया गया। नवजात बच्ची कु0 महक को संक्रमण होने पर परिजनों द्वारा निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करकेली में उपचार हेतु लाया गया। दागने की घटना प्रकाश मे आने पर बीई करकेली द्वारा इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा राजेश श्रीवास्तव को दी गई, जिस पर उन्होंने कु0 महक का उपचार करानें हेतु जिला चिकित्सालय रेफर करनें के निर्देश दिए। कु0 महक का उपचार जिला चिकित्सालय उमरिया में किया जा रहा है। साथ ही उनके द्वारा खण्ड चिकित्सा अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर को कु0 महक के परिजनों द्वारा प्रतिबंध के बावजूद दागनें की कार्यवाही करनें के कारण उनके विरूद्ध थाना मानपुर में प्राथमिकी दर्ज करानें के निर्देश दिए गए। 
 कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने एसडीएम मानपुर तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को संबंधित ग्राम का भ्रमण कर प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए है।