बगीरा एप्प के निगरानी में होगा बांधवगढ़ पर्यटन क्षेत्र

बगीरा एप्प के निगरानी में होगा बांधवगढ़ पर्यटन क्षेत्र

उमरिया - मानपुर विधानसभा क्षेत्र जनपद मुख्यालय अंतर्गत विश्व विख्यात पर्यटक स्थल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा एक बार फिर वन्य प्राणियों के भविष्य को बचाने का निर्णय लिया गया है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पार्क प्रबंध  की एक दिवसीय बैठक दिनांक 12 फरवरी को आहूत की गई थी जिसमे बांधवगढ़ में पांच सितारा रिसोर्ट संचालकों के पर्सनल जिप्सी वाहन चालको एवं गाइडों के द्वारा किए जा रहे वन्य प्राणियों के जीवन से खिलवाड़ के संबंध में चर्चा विस्तार से किया गया जिसमें एक अहम निर्णय लेते हुए प्रबंधन द्वारा अन्य पार्को की तरह जीपीएस ट्रैकर सिस्टम को बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में बगीरा ऐप के नाम से लांच करने की तैयारी की जा चुकी है जिसे 1 मार्च से लागू भी किया जा सकता है उक्त संबंध में संयुक्त क्षेत्र संचालक श्री सिद्धार्थ गुप्ता द्वारा बैठक में सभी वाहन चालक एवं गाइड को उक्त बगीरा एप की विधिवत जानकारी उपलब्ध कराई गई जिसमे रिसोर्ट संचालकों के द्वारा अपने पर्यटक ग्राहक को जंगल के अंदर पर्सनल जिप्सी वाहन से जंगल के अंदर मनमानी कर गलत तरीके से टाइगर दिखाने वाले लोगों के मन में खलबली सी मची हुई है वहीं रिसोर्ट संचालकों द्वारा अपने रिसोर्ट का पापुलर बढ़ाने के चक्कर मे अपने पर्सनल जिप्सी ड्राइवर व गाइडों को आधुनिक कैमरा देकर जंगल भेजा जा रहा था जिनके द्वारा जंगल के अंदर की जाने वाली फोटोग्राफी पर बकायदे इनाम भी दिया जाता रहा फोगोग्राफी व अपने पर्यटकों को टाइगर के दीदार करने के चक्कर मे जहां टाइगर दिखता वहां जिप्सी वाहनों की भीड़ सी लग जाती और टाइगर अपने आप को असुरक्षित मानते हुए मजबूरन उक्त क्षेत्र से भागने को मजबूर होते जा रहे हैं नतीजन आज देखा जाए तो ताला गेट एरिया जो कि  टाइगर दिखने में विख्यात था उक्त विख्यात एरिया में जहां आज एक भी टाइगर नहीं दिखते वन एवं वन्य जीव की सुरक्षा एवम भविष्य को देखते हुए बांधवगढ़ के अंदर होने वाली तमाम घटनाओं को देख पत्रकारों द्वारा समाचार पत्रों में संबंधित खबर को कई बार प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिस पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने मामले को संज्ञान में लिया और अहम निर्णय लेते हुऐ बगीरा लांच किए जाने के लिए मध्य प्रदेश शासन से अनुमति मांगी जिस प्रशासन ने हरी झंडी दे दी


 क्या है बगीरा ऐप
मध्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व मे आए दिन वाहनों का तेज गति से चलना वन्य प्राणियों के पास वाहनों का झुंड लगाकर खड़ा हो जाना एवं एक ही जगह में वाहनों का काफी देर तक खड़ा किये रह जाना जिसकी शिकायत पर्यटक एवं वन प्रेमियों के सांथ पत्रकारों द्वारा प्रबंधन को लगातार जानकारी दी जा रही थी जिस पर प्रबंधन ने देखा कि आधुनिक टेक्नालॉजी के अनुसार की कान्हा टाइगर रिजर्व एवं पेंच टाइगर रिजर्व में  करीब दो या तीन वर्ष पहले उक्त सिस्टम लागू कर दिया गया था जिससे कान्हा एवं पेंच में किसी प्रकार की कोई शिकायतें प्रबंधन को प्राप्त नही हो रही थी जिसको देखते हुए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने भी इस वर्ष 1 मार्च से बगीरा एप लांच करने का मन बना लिया है बगीरा एप की टेक्नोलानी इतनी बखूबी है कि यदि कोई भी वाहन एनटीसीए गाइडलाइन के अनुसार बनाई गई वाहन की स्पीड लिमिट 20 से 25 के ऊपर तेज गति से वाहन चलता है तो सिस्टम के अंदर दंडात्मक कार्यवाही के रेड निसान प्राप्त होंगे जिस पर प्रबंधन रेड लाइट के अनुसार कार्यवाही करेगा एवं एक ही जगह पर 10 से 15 मिनट वाहन खड़े करने पर भी रेड लाइट के निसान प्राप्त होंगे इन सभी चीजों का अंकित होना जीपीएस ऑन बगीरा ट्रैकर के अंदर मौजूद रहेगा जिस पर प्रबंधन के द्वारा अवैध गतिविधियों पर कारवाही करने पर आसानी होगी। 
इनका कहना है
अभी सेंगशन होना भोपाल से बांकी है हमारे द्वारा स्थानीय संबंधित लोगों की एक बैठक लेकर बगीरा सिस्टम के बारे में बताया है जैसे ही भोपाल से सिस्टम का सेंगशन पास हो जाता है हम ड्राइवर व गाइडों को विधिवत प्रशिक्षण देकर लागू कर देंगे
डाँ सिद्धार्थ गुप्ता संयुक्त संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया