डिपों से नही आई पुस्तके
उमरिया - इस वर्ष कक्षा पांचवी की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर होनी है इसके बावजूद अभी जिले के कई स्कूलो मे पुस्तके नही पहुची है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे वर्ष बच्चो ने किस ढंग से पढाई की होगी और परीक्षा मे उनका परिणाम कैसा आएगा। बेहतर परिणाम के लिए सरकार ने शिक्षको पर सख्ती शुरू कर दी है वही दूसरी तरफ उमरयिा जिले के कई इंग्लिश मीडियम स्कूलो मे किताबो की समस्यां का समाधान अब जाकर फोटो कापी करके किया गया है। हाल ही मे उन स्कूलो मे पुस्तकों की फोटो कापी भेजी गई है जहंा किताबे नही है।
करकेली में संकट
बताया गया है कि करकेली की सभी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पुस्तके नही पहुची। इस आरोप में थोड़ा सा संशोधन करके डीपीसी सुशील मिश्रा बताते है कि सिर्फ कक्षा पांचवी की पुस्तके स्कूलों में नही पहुच पाई । सुशील मिश्रा का कहना है कि जिन स्कूलों में पांचवी की पुस्तके नही पहुच पाई थी वहां पहुस्तो की फोटो कापी करके भेजी गई थी। उन्होने यह भी कहा कि जिन स्कूलों मेंअभी पुस्तके नही पहुची होगी वहां पर जानकारी मिलने के बाद फोटो कापी भेज दी जाएगी।
डिपो से नही आई पुस्तक
उमरिया जिले के मानपुर और पाली मे इंग्लिश मीडियम स्कूलों की पुस्तके आ गई लेकिन करकेली जनपद क्षेत्र की पुस्तके नही आई। ऐसा कैसे हुआ इसका कोई जवाब न तो डीपीसी के पास है और न ही शिक्षकों के पास , लेकिन बताया यह जा रहा है कि पुस्तके डिपो से ही नही आई थी । इसके संबंध में कई बार डीपीसी ने डिपो से भी संपर्क किया लेकिन पुस्तके नही भेजी गई और हर बार यही जवाब दिया गया कि पुस्तके नही है । स्कूलो से जब भी मांग आई इस मांग को बी आर सी के माध्यम से एपीसी तक पहुचाया गया लेकिन पूरा वर्ष गुजर जाने के बावजूद स्कूलों मे बच्चों को पुस्तके उपलब्ध नही कराई गई है। पूरा वर्ष जिन बच्चों ने पढाई नही की होगी अब वे एक महीने मे कैसे पढ़ेेगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कुल ११ स्कूल
जिले में इंग्लिश मीडियम की कुल ११ स्कूले है। करकेली जनपद मे कुल ५ जिसमें विकटगंज, खलेसर, लालपुर, करकेली और तामान्नारा शामिल हे । मानपुर में ५ तथा पाली में सिर्फ एक इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित है। विकट स्कूल से इस बात की जानकारी सामने आई कि इंग्लिश मीडियम स्कूलो में भी कीताबे नही पहुची है विकटगंज के इंग्लिश मीडियम स्कूल में छात्रों की कुल संख्या ३० है जबकि कक्षा पांचवी में ४ बच्चे अध्ययनरत है।
इनका कहना है
पूरे साल किताबो की मांग की जाती रही लेकिन किताबे नही भेजी गई । अब फोटो कापी भेजी गई है लेकिन समय ज्यादा नही बचा है। इसका प्रभाव रिजल्ट पर पड़ेगा।
प्रकाश चंद्र भट्ट
प्राचार्य हाई स्कूल विकटगंज
परिसर इस बार कक्षा पांच इंग्लिश मीडिया की पुस्तके डिपो से नही आई थी, हमने मांग भी की थी लेकिन वहां पुस्तके उपलब्ध नही थी। हमने किताब लेकिन उसकी फोटो कराई है और अध्ययन के लिए उसे भेजा है।
सुशील मिश्रा डीपीसी