उमरिया - बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुम्हीकछार हाथी कैंप में दिनांक 3 अक्टूबर 2019 को सुन्दरगज हाथी द्वारा महावत का कार्य कर रहे रवि बैगा को कुचलने के फलस्वरूप उनकी मृत्यु हो गई थी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा उनकी धर्मपत्नी को शासकीय रूप समस्त सहायता उपलब्ध कराने के उपरांत अतिरिक्त वित्तीय सहायता हेतु प्रकरण तैयार कर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) के माध्यम से विष्व प्रकृति निधि के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय भेजा गया। विष्व प्रकृति निधि द्वारा केषकली बैगा को रू. 3.00 लाख की राशि स्वीकृत की गई एवं विष्व प्रकृति निधि के प्रतिनिधि श्री सोमेन के द्वारा उक्त राषि का चेक 18 फरवरी 2020 को ताला में विन्सेंट रहीम क्षेत्र संचालक, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व, श्री सिद्धार्थ गुप्ता उप संचालक, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व, एवं ए के शुक्ला सहायक संचालक ताला की उपस्थिति में केषकली बैगा को सौंपा गया।
यह था मामला
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार 3 अक्टूबर 2019 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंतर्गत खितौली परिक्षेत्र में कुंभी कछार हाथी कैम्प में टाइगर रिजर्व के हाथी सुंदर गज द्वारा महावत का कार्य करने वाले स्थायीकर्मी रवि प्रताप बैगा को दुर्घटनावश कुचल दिया गया जिसके फलस्वरूप उनकी मृत्यु हो गई। उल्लेखनीय है कि प्रात: प्रतिदिन की भांति रवि प्रताप बैगा द्वारा सुंदरगज को कसकर गश्ती की गई एवं लोटने के उपरांत हौदा इत्यादि खोलकर रखे जाने के दौरान हाथी कैम्प के श्रमिक श्री इंद्रपाल सिंह पर हाथी द्वारा आक्रमण किया गया जिसे देखकर श्री रवि प्रताप बैगा दौड़कर सामने आ गए एवं श्रमिक को बचा लिया। पुन: जब श्रमिक हाथी के पैर में कड़ी बांधने हेतु जा रहा था, हाथी द्वारा उनको धक्का दिया गया एवं जंगल की ओर भागने के दौरान सूंड से टकराकर श्री रवि प्रताप बैगा गिर गए एवं दुर्घटनावश हाथी का पांव उनके चेहरे पर पड़ा जिसके कारण सिर कुचलने के फलस्वरूप स्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई थी।