उमरिया- चंदिया नगर के नौगजा मोहल्ला समीप डैम घाट स्थित कथली नदी सिंचाई परियोजना अधर में लटकी हुई है। ९४ लाख के प्रोजेक्ट में पहले ही घटिया निर्माण के चलते काम बंद करना पड़ा। फिर शेष कार्य को प्रशासनिक ढंग से आगे बढ़ाना था। बावजूद इसके समय बीतने के बाद न तो लापरवाह निर्माण एजेंसी पर कोई कार्रवाई हुई। न ही कार्य प्रारंभ कराया जा सका।
ज्ञात हो कि दो साल पहले निर्माण की आधारशिला रखी गई थी लेकिन निर्माण एजेंसी ने ऐसे सुस्त गति से कार्य किया कि अभी तक परियोजना आधी अधूरी ही है। नदी से सीसी नहर के माध्यम से कथली का पानी खेतों तक पहुंचाया जाना है। जल संसाधन विभाग द्वारा यह परियोजना ९४ लाख की लागत से पूर्ण की जानी है लेकिन विभाग के निविदाकार की मनमर्जी के आगे शासन की मंशा में पानी फिरता नजर आ रहा है।
निर्माण एजेंसी द्वारा शुरुआती चरण में जटवार मोहल्ला से गोपालपुरहार तक निर्माण किया गया है। स्थानीय किसानों ने बताया एक तो पहले ही नौगजा डैमघाट की बजाय आधे मार्ग से काम शुरु किया गया। ऊपर से निर्माण की गुणवत्ता इतनी घटिया है कि अभी से सौ मीटर नहर में अनगिनत दरारें दिखने लगी हैं। कई जगह नहर में पानी छोड़े जाने पर किनारे ध्वस्त हो गए। बेस वर्क में कई जगह गिट्टयां निकल चुकी हैं। गांव के लोगों ने बताया इसकी शिकायत तभी से चली आ रही है।
बताया गया डैमघाट से जटवार मोहल्ला तक करीब १०० मीटर से अधिक लंबाई में अभी तक सीमेंटीकरण नहीं किया गया है। यहां अभी भी पानी मिट्टी की नाली से आगे बढ़ता है। साफ-सफाई न होने से जहां नाली में कई जगह लीकेज है। वहां सफाई न होने से जल भराव के चलते सड़ांन्ध्र व बदबू की शिकायतें आ रही हैं। बस्ती के लोगों ने बताया कि घरेलू कचरा अक्सर हवा में उड़कर नाली को जाम कर देता है। इससे पानी आगे नहीं बढ़ पाता।
चंदिया की भांति जल संसाधन विभाग द्वारा करकेली के पास खोह टैंक का निर्माण कराया जा रहा है। २० करोड़ के प्रोजेक्ट को २०२० में तैयार करने का लक्ष्य है। यहां वन विभाग की अनुमति में विलंब से नहर निर्माण का कार्य लंबित हुआ। स्वीकृति की कार्रवाई करते हुए अब विभाग निर्माण कार्य प्रारंभ करेगा। दूसरी ओर गांव के किसानों को बांध का कार्य पूर्ण होने के बाद नहर न होने से सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा। विभाग का कहना है जल्द काम होगा।
इनका कहना है -
मैंने आते ही अधूरे कार्यों का मौका मुआयना कर उनकी फाइलें निकलवाईं। इनका अध्ययन कर दोबारा से कार्य आगे बढ़ाने कलेक्टर के मार्गदर्शन में प्रयास जारी हैं।
आरसी तिवारी, ईई, जल संसाधन उमरिया
सालभर से बंद पड़ा है निर्माण कार्य अधर में सिंचाई परियोजना