उमरिया-- वन विभाग की कडाई की बात जिले के घुनघुटी के जंगलों से अवैध लकड़ी की तस्करी तो लगभग बंद हो गई लेकिन लकड़ी का अवैध उत्खनन और उसकी बिक्री आज भी जारी है वहीं जिले भर में बन रहे ईट चोरी की लकड़ी से ही पकाई जा रही है यहां वन विभाग व खनिज ने कभी भी इस बात की जांच नहीं की, कि आखिर ईट भ_ों में रोजाना अपने वाले लकड़ी की भरपाई आखिर हो कहां से रही है इतना भी नहीं लकड़ी तस्करों ने लकड़ी बाहर भेजना बंद कर दिया लेकिन आज भी उसका अवैध उत्खनन और स्थानीय स्तर पर बिक्री जारी है। मामला उमरिया जिले के बागनारा बकेली, बेली, जैसी जगह पर सैकड़ों भर से अधिक स्थानीय पर अवैध रूप से ईट बनाने का कारोबार बेरोकटोक जारी है ईट निर्माता ना सिर्फ खनिज विभाग की बिना अनुमति की अवैध रूप से ईटा का निर्माण कर रहा है बल्कि इन ईट भ_ों में सैकड़ों टन लकड़ी अवैध चोरी की खपा दिया जाता है वही घुनघुटी ,बेली, बागनारा, बकेली, जैसी जगह पर ईद भ_ों में अभी तक सैकड़ों गाड़ी चोरी की अवैध लकडीयो से ईट पकाए जा रहे हैं
अवैध लकड़ी चोरी को बढ़ावा
लगातार बढ़ रही ईट की व्यवसाय की साथ ही लकड़ी चोरी और उसकी खरीदी फरोख्त का कारोबार भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहा है जिले के लगभग ग्रामीण क्षेत्रों में ईंट भ_े लग रहे हैं और यहां घुनघुटी स्थानों से लकड़ी की आपूर्ति भी हो रही है अचरज बात है कि वन विभाग और खनिज अमला लकड़ी की अवैध उत्खनन और परिवहन को एक सिर से नकार रहे हैं वहीं हर दूसरे गांव में चोरी की लकड़ी से खुलेआम ईट भट्टी पकाए जा रहे हैं। इतना भी नहीं घुनघुटी ,बागनारा, बकेली, बेली, अवैध ईटा भ_ा का गढ़ बन चुका है जहां आए दिन अवैध इमारती लकडिय़ों से ईट पकाकर थोक बिक्री किया जा रहा है वन विभाग की अनदेखी के कारण खुलेआम लापरवाही सामने दिखाई दे रही है जिले के अंतिम छोर घुनघुटी से लगी कई गांव पर अवैध ईंट भ_े का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है व फल फूल रहा है।
अवैध लकडिय़ों से फल-फूल रहा है ईट भठ्ठा