सहायक शिक्षण सामग्री के प्रयोग से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार



मानपुर - क्रियात्मक अनुसंधान एक निरंतर एवं सतत चलने वाली प्रक्रिया है। क्रियात्मक अनुसंधान विद्यालयीन परिवेश में छात्रों में गुणात्मक शिक्षा प्रदान किए जाने के क्षेत्र में विशेष योगदान दिए जाते हैं। उक्त जानकारी शासकीय हाई स्कूल चंजंनत  में पदस्थ शिक्षक धनंजय कुमार कुशवाहा माध्यमिक शिक्षक द्वारा दी गई। आपके द्वारा शैक्षणिक सत्र 2019-20 में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जिला उमरिया के कुशल मार्गदर्शन में माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान विषय के अध्यापन में सहायक शिक्षण सामग्री को सुनिश्चित करना विषय पर शोध कार्य किया गया है। इस शोध में यह बताया गया है कि वर्तमान समय में विज्ञान विषय के अध्यापन कार्य में सहायक शिक्षण सामग्री का प्रयोग सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। यदि सहायक शिक्षण सामग्री का प्रयोग विद्यालय में सही ढंग से किया जाता है तो इससे छात्रों के मन में विषय के प्रति रुचि जागृत होती है एवं छात्रों के मन मस्तिष्क में उस विषय के प्रति स्पष्ट धारणा विकसित होती है। यह शोध कार्य शासकीय हाई स्कूल चंजंनत के माध्यमिक को खंड को ध्यान पर रखकर किया गया है। इस शोध कार्य के परिणाम स्वरूप छात्रों एवं शिक्षकों को विज्ञान विषय की प्रति स्पष्ट धारणा विकसित हो सकेगी। श्री कुशवाहा का यह शोध कार्य डॉ श्रीमती गीता तिवारी प्राचार्य जिला शिक्षा एवम् प्रशिक्षण संस्थान जिला उमरिया, डॉ श्री आर पी साहू शोध प्रभारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जिला उमरिया एवं रमेश कुमार धुर्वे जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र जिला उमरिया के कुशल मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया है। गंगा प्रसाद साहू प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल चंजंनत द्वारा इस शोध कार्य में अमूल्य सहयोग प्रदान किया है।