उमरिया - जहां एक ओर देश कोरोना की जंग लड़ रहा है । सरकार भी सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित कर आनलाईन पढ़ाई की ओर अग्रसर हो रही है वहीं दूसरी ओर कुछ अशासकीय विद्यालय ऐसे भी है जो आनलाईन पढ़ाई को दरकिनार करते हुए अपने लाभ के लिए स्कूल मे ही पुस्तक विक्रय केंद्र खोल रखा है। इतना ही नही इन पुस्तकों की कीमत तीन हजार रूपये से लेकर पंाच हजार रूपये तक वसूला जा रहा है। जिसको लेकर कई अभिभावकों ने कड़ी आपत्ति भी जाहिर की है। अभिभावको ने बताया कि क्लास नर्सरी से नौवीं तक के सेंट जोसेफ स्कूल के लीड एप्प आनलाईन पढ़ाई के लिए स्कूल परिसर पर स्कूल से मुंबई लीड एप्प के सहमति स्कूल में तीन हजार से लेकर पांच हजार तक उच्च क्लास की बुक अवैध तरीके से बेची जा रही है जो कि स्कूल द्वारा एनसीआरटी की किताब सेलर से खरीदने को कहा जिसके द्वारा सभी विद्यार्थी सभी बुक बाजार से खरीद लिए किंतु स्कूल द्वारा एनसीआरटी के अलावा उन्ही विषयो का लीड एप्प के बुक भी खरीदने के लिए दबाव डाल रहे है। जो कि लीड एप्प के बुक पर उनकी कीमत नही लिखी गई है। जो अवैध रूप से बेची जा रही है और बच्चो के अभिभावको को खरीदने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
इनका कहना है
उक्त आरोप गलत है । हम कीताब नही बेच रहे है। जो कि किताबे रखी है वे सभी पढऩे के लिए है। अभी मैं किसी कार्यक्रम में व्यस्त हूं । कुछ देर बार बात करता हूं।
प्राचार्य
सेवेस्टियन जार्ज
सेंट जोसेफ बिरसिंहपुर पाली
स्कूल में बेची जा रही है पुस्तके,अभिभावको ने जताई आपत्ति