उमरिया - देश कोयला उद्योग के निजीकरण कोल ब्लॉकों का पूंजीपतियों को आवंटन कोल इंडिया से सीएमपीडीआई को अलग करने के सवाल पर ठेका मजदूरों को एच पी सी वेज का भुगतान करने और 9.4.0 को लागू करने के लिए पांच सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने 2 से 4 जुलाई 2020 तक 3 दिन की हड़ताल के लिए आवाहन किया था। हड़ताल के प्रथम दिन एसईसीएल के जोहिला एरिया की समस्त खदानों में शत प्रतिशत हड़ताल कामयाब रहा। भारत सरकार को समझना चाहिए कि मजदूर केवल मात्र वेतन के लिए हड़ताल नहीं करते हैं बल्कि कोयला उद्योग को बचाने के लिए कोयला उद्योग के भविष्य के लिए और मजदूरों के ऊपर हो रहे शोषण के खिलाफ भी लड़ाई लड़ते हैं और संघर्ष करते हैं इस बात को समझना चाहिए । हमारे उच्च नेतृत्व ने जिस सुझ बुझ के साथ कोयला उद्योग को बचाने के लिए एकता वद्ध तरीके से संघर्ष को आगे बढ़ाया आज उसी की सफलता दिखाई दे रही है । हमारे मजदूर भाइयों ने ट्रेड यूनियनों के एकता को जो तरजीह दी है यह भी बहुत बड़ी बात है वे बधाई के पात्र हैं। हम सब ट्रेड यूनियनों के नेतागण कोयला उद्योग के मजदूर मिलकर के इस आंदोलन को बिखरने नहीं देंगे और 4जुलाई2020 तक अंतिम दम तक हड़ताल को कामयाब करेंगे और भारत सरकार को यह महसूस करा देंगे हमसे पूरा देश उजाला होता है हम किसी के रहमों करम पर नहीं है । हम अपनी भी रक्षा करेंगे उद्योग की भी रक्षा करेंगे और आने वाले भावी पीढ़ी के लिये हम रास्ता भी सुरक्षित करेंगे। इसी उद्देश्य के साथ हमको मैदान में डटे रहना है । इस हड़ताल में जोहिला एरिया के सभी ट्रेड युनियनो की सहभागिता रही जोहिला एरिया में कोयला का उत्पादन शून्य रहा।
कोयला मजदूरों की हड़ताल जोहिला एरिया में शत-प्रतिशत सफल मजदूरों की एकता सफल रही