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उमरिया - विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ टाईगर रिजर्व पार्क एक अक्टूबर से पर्यटन के लिए खुल गया है। गत दिवस कोर के तीनों गेटो से (ताला, खितौली व मगधी) पर्यटकों को प्रवेश दिया गया। पहले दिन कुल 147 वाहन क्षमता में से 38 वाहन जंगल में भीतर गए। 171 पर्यटकों ने सफारी का लुत्फ लिया। एक मात्र ताइवान मूल विदेशी के अलावा सभी भारतीय लोग पहुंचे हैं।
गुरूवार को सीजन के प्रथम दिन बांधवगढ़ मे कोरोना काल के दौरान बंद ट्रेन व हवाई परिवहन सेवा का सीधा असर यहां दिखा। राहत की बात यह रही कि प्रकृति व वन्यजीव सुंदरता का आनंद लेने पहुंचे लोगो वनराज ने निराश नहीं किया। पहले सुबह खितौली जोन में बाघिन फिर शाम को मगधी में नर व मादा तीन बाघों ने पर्यटकों को दीदार दिया। बाघ देखकर पर्यटकों की खुशी का ठिकाना न रहा।
सीजन की शुरूआत सुबह छह बजे ताला गेट में पूजा पाठ के साथ हुई। औपचारिकता पूर्ण कर बीटीआर क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम ने ताला जोन में वाहनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने बताया सीजन का पहला दिन कोरोना गाइड लाइन के तहत प्रारंभ हुआ है। खितौली व मगधी में बाघ दिखा है। हाथियों की ज्वाय राइड व फिल्मिंग में इनका उपयोग एहतियातन बंद रखा गया है।
ढमढमा कैप में दिखी बाघिन की मदमस्त चाल
कोरोना संक्रमण के कारण लाक डाउन के कारण मार्च महीने से बेपटरी हुआ जिले का वाइल्ड लाइफ पर्यटन गुरूवार 1 अक्टूबर से फिर प्रारंभ हो गया है। ताला के मेन गेट में सुबह क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम ने प्रवेश द्वार को खोला। इसके पूर्व परंपरा अनुसार बांधवाधीश महाराज की पूजा अर्चना हुई। कोरोना काल में यह पहला मौका है जब कोर जोन के तीनों गेट में सफारी शुरू हो रही है। सीजन के प्रथम दिन वनराज ने भी सैलानियों को निराश नहीं किया। खितौली में बाघिन व मगधी में नर व मादा बाघ पर्यटकों के कैमरे में कैद हुए। नए सीजन की शुरूआत को लेकर कोरोना संक्रमण बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रवेश से पहले पर्यटकों को सोशल डिस्टेंस्क व मास्क अनिवार्य था। गाडियों को सैनटाइज करने के बाद उन्हें जंगल भेजा गया।
ढमढमा कैम्प में बाघिन, मगधी में दो बाघ दिखे
हमेशा की तरह बांधवगढ़ की वन्यजीव सुंदरता ने सैलानियों को पहले दिन ही रोमांचित कर दिया। सुबह की सफारी में ताला गेट से 18, मगधी में चार तथा खितौली में एक गाड़ी भीतर गई। यहां खितौली जोन में ढमढमा कैम्प के पास सुबह 7.30 बजे पर्यटकों ने एक बाघिन को देखा। मदमस्त चाल को देखकर पर्यटकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यही हाल शाम का था। शाम की सफारी में 15 वाहन और गए। इस बार मगधी जोन में चार्जर पाइंटस के पास नर बाघ दिखा। इसी तरह बोदा तालाब के पास मादा बाघिन भी विचरण करती दिखी गई।
छुट्टियों में बढ़ सकती है संख्या
बारिश सीजन के बाद पर्यटन सीजन का पहला दिन गुरूवार को खास बनाने के लिए कारोबारियों द्वारा खासे इंतजाम किए गए थे। ताला में होटल, रिसॉर्ट में कर्मचारियों से लेकर पर्यटकों के स्वागत के लिए विशेष रंग-रोगन, साफ-सफाई व अन्य इंतजाम किए गए। जारी निर्देश के तहत प्रवेश द्वार में ही पंजीयन के साथ सैनटाइजेशन की व्यवस्था रही। हालांकि अन्य सीजन की अपेक्षा आधे से भी कम संख्या में लोग पहुंचे। फिर भी कारोबारी आगामी दो अक्टूबर वीकेंड, दशहरा की छुट्टियों में संख्या बढने की उम्मीद है।
स्थगित रहेगी हाथियों के ज्वॉय राइड
इस बार बांधवगढ़ प्रबंधन ने कोरोना गाइड लाइन को देखते हुए हाथियों की ज्वॉय राइड को बंद रखा है। क्योंकि इसमे पर्यटक आधे घंटे या अधिक समय के लिए हाथियों में अनुमति लेकर घूम सकते थे। चूंकि उसमे दिनभर में अलग-अलग समय में कई लोग बैठते। साथ ही पर्यटक व महावत दोनों में नजदीक बैठक व्यवस्था रहती है। ऐसे में संक्रमण की स्थिति बन सकती थी। इस लिहाज से हाथियों में घूमाना भी स्थगित कर दिया गया।