शारदेय नवरात्र 17 अक्टूबर से, तनने लगे पण्डाल


उमरिया - शारदीय नवरात्रि शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं। देवी मां के आगमन की तैयारी जोरो पर चल रही है। नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों की उपासना की जाती है। 17 अक्तूबर को नवरात्रि का पहला दिन है। प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना की जाएगी और फिर नौ दिनों तक देवी मां पूजा-पाठ, आरती, मंत्रोचार और व्रत रखकर उन्हें प्रसन्न किया जाएगा। नवरात्रि पर देवी मां को तरह-तरह की पूजा सामग्री और भोग चढ़ाया जाता हैं।  दुर्गा माँ  के पूजन-अर्चना में  प्रयोग होने वाली प्रत्येक पूजा सामग्री का  महत्व होता है। 
मूर्तिकार दे रहे मूर्तियों को अंतिम रूप
शारदेय नवरात्र जैसे जैसे पास आ रही है , वैसे मूर्तिकार रात दिन जागकर मूर्तियों को अंतिम रूप देने मे जुट गये है। जिला मुख्यालय के स्टेशन रोड स्थित मुकेश मूर्तिकार द्वारा कई वर्षो से देवी प्रतिमाओ का निर्माण किया जा रहा है। ये अकेले की मूर्तियां बनाते है , उनमे रंग भरने का काम करते है। उसी मुकेश मूर्तिकार के परिवार का भरण पोषण होता है। मुकेश मूर्तिकार ने बताया कि इस वर्ष लगभग 35 मूर्तियों का निर्माण विभिन्न मुद्राओ में किया गया है। वे बताते है कि गणेश चतुर्थी के सीजन में कोरोना संक्रमण के चलते शासन द्वारा सार्वजनिक जगहो पर मूर्तियों को बैठाने की इजाजत नही थी, जिसके चलते घर मे बैठाने लाईक छोटी छोटी मूर्तियों का निर्माण किया गया था, जिसमे कम आमदनी हुई थी, लेकिन शारदेय नवरात्र में मिट्टी की मूर्तियां बनाई गई है, जिसकी बुकिंग प्रक्रिया भी चालू हो गई है। उन्होने बताया कि हमारे यहां 3500 से लेकर 5100 रूपये तक की मूर्तियों का निर्माण किया गया है। मूर्तियों की रंगाई पुताई का कार्य भी लगभग लगभग पूरा हो चुका है। इसके साथ ही जिले के अन्य जगहों पर भी जबलपुर, शहपुरा से मूर्तियां मंगाई गई है , जहंा भी लोग बुकिंग करने पहुंच रहे है।
तनने लगे पण्डाल
कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन द्वारा शारदेय नवरात्र में दुर्गा समितियों के लिए ये निर्देश जारी किया है कि आयोजक पण्डाल 35 वाय 45 में बनायेगे। वहीं मूर्तियां की उंचाई की बाध्यता को समाप्त कर दिया है, जिसको देखते हुए आयोजक मां जगत जननी के आने की तैयारियों में जुट गये है, और और अपने स्तर पर पण्डाल का निर्माण कर रहे है। विदित हो कि नगर के सामुदायिक भवन के सामने, नौ नंबर कालोनी सहित अन्य जगहो पर माता के आगमन की तैयारी की जा रही है। 
मंदिरो मे साज सज्जा का काम चालू 
शारदेय नवरात्र को देखते हुए जिले स्थित मंदिरो में साज सज्जा का कार्य युद्ध स्तर पर प्रारंभ हो गया है। जिले स्थित वैष्णो देवी मंदिर, शारदा मंदिर, शाकांम्भरी देवी मंदिर, बहरा धाम मंदिर सहित अन्य  देवी मंदिरो की गुंबजो को चमकाने का कार्य चालू है। इसी तरह मंदिरों मेें रंग रोगन का कार्य भी किया जा रहा है, जिसकी रौनक नवरात्र के समय वहां आने वाले श्रद्धालुओ को दिखेगी। 


इन नियमों का करना होगा पालन
विदित हो कि वर्तमान मे कोरोना वायरस को दृष्टिगत रखते हुए शासन द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि दुर्गा पण्डालो में गरबा का आयोजन किसी भी दशा मे नही किया जाएगा। चल समारोह की अनुमति नहीं होगी तथा आयोजन समिति के अधिकतम 10 व्यक्ति दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे। दुर्गा उत्सव पर गरबा करने की अनुमति नहीं होगी। दशहरा उत्सव पर रामलीला एवं रावण दहन किया जा सकेगा, परंतु सभी आयोजनों में मास्क लगाना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना पूरी तरह अनिवार्य रहेगा। ऐसी झांकियां नहीं बनाई जा सकेंगी, जिनमें किसी भी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो। लहूलुहान चालक हादसे के बाद तड़पता रहा,इधर सिलिंडर की चोरी में जुटे रहे